20 साल पहले हुई हत्या का राज क्या खोल पाएगी ये कंकाल, पुलिस को फॉरेंसिक रिपोर्ट का है इंतजार, पढ़िए मामला
बालोद। करका भाट में कथित हत्या का मामला फिर चर्चा में है। इस बार खुदाई में पुलिस को कंकाल मिले हैं। जिसकी फॉरेंसिक जांच हो रही। बालोद ब्लॉक के ग्राम करकाभाट में दोबारा कथित आरोपी टीकम कोलीयारा के निशानदेही पर खुदाई की गई। जिसमें इस बार कंकाल और एक कपड़ा मिला है। कथित आरोपी का कहना है कि उन्होंने 20 साल पहले अपने दोस्त छ्बेश्वर गोयल की हत्या कर यहीं कहीं दफनाया था और अभी 20 साल बाद उसकी आत्मा मुझे सपने में आकर सताती है और अपने गुनाह कबूल करने के लिए कहती है। इसलिए वह पुलिस को हत्या की बात बता कर उसकी क्लास ढूंढवा रहा है। पर अब तक पुलिस को ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ है। 2021 में भी इसी तरह खुदाई हुई थी लेकिन उस समय कुछ नहीं मिला था। हालांकि बुधवार 19 अप्रैल को दूसरी बार हुई खुदाई में कुछ कंकाल के टुकड़े, सिक्का और एक कपड़ा में बरामद हुआ। क्या यह कंकाल मृतक छ्बेश्वर गोयल का है या किसी और का? इसकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच में होगी।
क्या था मामला
2021 में टीकम कोलीयारा उम्र 40 वर्ष ने यह कहा कि फरवरी 2003 में मैंने अपने दोस्त छबेश्वर गोयल की हत्या करके उसे दफना दिया है। जिसके बाद से पुलिस प्रशासन की टीम खुदाई करवा रही है। अचानक इस तरह टीकम द्वारा थाने पहुंच कर हत्या करने की बात बताया जाना भी कई सवालों को जन्म दे रहा है। तो वही उनके द्वारा जो रहस्य भरी बातें बताई जा रही है वह अंधविश्वास की ओर भी इशारा कर रहा है। कथित आरोपी टीकम कोलीयारा (अभी पुष्टि नहीं हुई है) का कहना है कि मुझे अपने दोस्त छबेश्वर की आत्मा परेशान करती है। जिसके चलते मैं एक बैगा के पास भी जा रहा था और उसी ने ही सलाह दी कि अपना अपराध कबूल लो और मैं थाने गया।
प्रेमिका को करता था परेशान इसलिए मैंने मार दिया दोस्त को
कथित आरोपी टीकम का कहना है कि वर्तमान में जो उनकी पत्नी है, पहले प्रेमिका थी। जब उनकी उम्र में 17-18 साल की करीब रही तो उनकी प्रेमिका को उनका दोस्त छबेश्वर गोयल परेशान करता था। जिसकी शिकायत प्रेमिका ने मुझसे की थी। इसके बाद मैंने मौका पाकर उसे उस जगह पर बुलाकर बेहोशी की दवा देकर रॉड से मारकर हत्या की थी और फिर वहीं रात करीब 12 बजे दफना दिया था। गांव वालों व दोस्त के परिवार वालों, किसी को शक ना हो इसलिए मैं नहीं छबेश्वर की आवाज में उनके घर वालों को फोन करके यह कह दिया कि मैं कमाने खाने के लिए बाहर जा रहा हूं और कभी लौट कर नहीं आऊंगा। मुझे ढूंढने की कोशिश भी मत करना। कथित आरोपी का कहना है कि उनके इस तरह चाल चलने के बाद कभी छबेश्वर के घर वालों ने भी उन्हें खोजने का प्रयास नहीं किया और उसका यह राज दफन रहा।
घर वालों ने कलेक्टर से दोबारा की थी जांच की मांग
2021 में खुदाई के दौरान कुछ ना मिलने के बाद परिजन व्याकुल थे। उन्हें तो पहले यही लग रहा था कि उनका बेटा जिंदा है। लेकिन कथित आरोपी के बयान के बाद हत्या की आशंका थी। जिसके चलते कुछ दिन पहले ही परिजनों ने कलेक्टर कुलदीप शर्मा से मुलाकात कर इस मामले में दोबारा जांच की मांग की थी। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम ने यहां खुदाई करवाई और अब जाकर कंकाल मिले हैं।