किसान चौपाल साबित हो सकता है अगले चुनाव में मील का पत्थर, भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने की अपील, पूरे छत्तीसगढ़ में भ्रमण कर 11 बिंदुओं पर किसानों को कर रहे जागरूक, पढ़िए पूरी बातें
बालोद/रायपुर। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में काबिज होने के लिए एड़ी चोट लगा रही है। इस प्रयास में भाजपा किसान मोर्चा काम शुरू कर चुकी है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू जो बालोद जिले से हैं, लगातार किसान चौपाल लगा रहे हैं। बालोद जिले में जहां अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी दी गई हैं वहां वे स्वयं प्रदेश के कई इलाकों में जाकर किसानों को सरकार की नाकामी बता रहे हैं और मोदी सरकार की सच्चाई से वाकिफ करवा रहे हैं। उनका मानना है कि आगामी चुनाव में ये चौपाल गेम चेंजर साबित हो सकते हैं। क्योंकि राज्य में अधिकतर मतदाता किसान वर्ग से हैं। किसानों को सरकार की सच्चाई बता कर आगामी चुनाव के लिए उन्हें जागरूक कर समर्थन जुटाया जा सकता है। प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष पवन साहू ने खास बातचीत में हमें इस किसान चौपाल की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विगत 22 जून से किसान चौपाल का आयोजन पूरे छत्तीसगढ़ में शुरू हुआ है छत्तीसगढ़ के समस्त मंडलों में सेवा सहकारी समितियों को इकाई मानकर हम गांव के कहीं रंगमंच तो कहीं पीपल या वट वृक्ष के नीचे दरी बिछाकर किसान चौपाल करते जा रहे हैं और इस चौपाल कार्यक्रम में सर्वप्रथम हम इकट्ठा होकर किसान सम्मान निधि से सम्मानित किसानों को, खाद से लाभान्वित होने वाले किसानों को जो लाभार्थी किसान हैं उन्हें उनके घर जाकर निमंत्रण दे रहे और उनसे मिलने जा रहे हैं। उनका सम्मान बढ़ा रहे हैं और उनसे मिलने के बाद लगभग 50 से 100 किसानों के घर जाकर संपर्क कर रहे । संपर्क करने के बाद उन सभी किसानों को चौपाल में आने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं और भाजपा से जुड़े हुए जनप्रतिनिधि पदाधिकारियों, जिला जिलाध्यक्ष से लेकर पदाधिकारी और मंडल अध्यक्ष से भी निवेदन करता हूं कि इस कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी का कार्यक्रम मान करके हम सब इस किसान चौपाल को केंद्र के मोदी जी सरकार कितनी योजनाएं चल रही है, जिनका लाभ किसानों को मिल रही है उनकी जानकारी चौपालों के माध्यम से बैठ कर दे और यहां तक कि छग में भूपेश सरकार द्वारा जिस प्रकार छत्तीसगढ़ के लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा करके धान खरीदी से लेकर किसानों को खाद आदि के लिए भड़काया जाता है और इस वर्ष चुनावी वर्ष है, ऐसे में तरह-तरह की घोषणाएं होंगी उन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हमने 11 बिंदुओं पर किसान चौपाल में चर्चा करते हैं अब और तब के फार्मेट में हमने भाजपा सरकार जो कांग्रेस के पहले थी और छत्तीसगढ़ की स्थिति क्या थी और जब भाजपा की सरकार 15 वर्ष रही तब जिन सुविधाओं को किसानों को मिला सारी बातों को हम किसान चौपाल में किसानों को बतला रहे हैं। किसानों के बीच अपनी बात रख रहे हैं। मैं निवेदन करता हूं सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को और कार्यक्रम के प्रभारियों को इस कार्यक्रम को बहुत ही सुंदर तरीके से अपना कार्यक्रम मानकर इस भ्रष्ट सरकार को बदलने के लिए इस किसान चौपाल को बहुत ही शानदार तरीके से संपन्न करें। आने वाला समय इस चौपाल कार्यक्रम के बाद गांव गांव धान खरीदी का विषय , सहकारिता जैसे जबरदस्ती अमानक धूल मिट्टी मिला हुआ गोबर खाद, वर्मी कंपोस्ट को भेजा गया, लादन के रूप में दिया गया। बारदाने का पैसा दिया नहीं गया। किसानों को किसान सम्मान निधि मिलनी चाहिए उसमें तकनीकी त्रुटि पैदा कर लाभ से वंचित किया गया। धान खरीदी में तरह-तरह के नियमों की आड़ में किसानों को भटकाने का काम हुआ। केंद्र की सरकार के द्वारा 2018 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी जब 1740 रुपए समर्थन में आज लगातार मोदी जी द्वारा समर्थन मूल्य में वृद्धि करने के कारण जो धान 1740 में बिकता था वह आज 2203 में बिकेगा। लगभग ₹463 की वृद्धि हो गई है। किसानों को धान खरीदी के लिए जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार 2018 में 36 लाख मैट्रिक टन धान सेंट्रल पुल के द्वारा चावल खरीदती।
पिछले वर्ष 62 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदा गया ।जिसके लिए 94 से 96 लाख मैट्रिक टन धान इसके लिए खरीदा गया। ऐसे ही आने वाले समय में 84 लाख मैट्रिक टन सेंट्रल पूल के लिए चावल खरीदी होगी । जिसके लिए लगभग एक करोड़ 30 लाख मीट्रिक टन धान धान की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए मोदी जी पैसा देंगे। मोदी जी द्वारा 2060 समर्थन मूल्य तय किया गया था और सब मिलाकर सब मिलाकर 2380 रुपए मोदी जी देते थे और 2500 में लगातार भूपेश बघेल द्वारा धान खरीदी का ढकोसला किया जा रहा। ऐसे सभी मुद्दों को भाजपा आगाह करेगी । भाजपा शासन में किसानों को 2 वर्ष तक जो बोनस नहीं मिला था उसे कांग्रेस सरकार ने गंगाजल कसम खाकर कहा था कि हमारी सरकार बनेगी तो हम इसे देंगे। सेवा सहकारी समिति में जिन किसानों किसानों का कर्जा था वह तो माफ हुआ लेकिन राष्ट्रीय बैंकों में जो कर्जा था उसे माफ नहीं किया गया। ऐसे सभी मुद्दों को हम किसानों को बताएंगे। किसानों की सरकार कहने वाली भूपेश सरकार जो छत्तीसगढ़ के लोगों को नाच गाना दिखाकर भ्रम की स्थिति पैदा करके किसानों को भरमाया गया है उसे तोड़ने का प्रयत्न करेंगे तो निश्चित ही यह किसान चौपाल हम सबके लिए मील का पत्थर साबित होगा। सरकार बनाने में हम सब की बड़ी भूमिका होगी। आप सब से विनती है कि भाजपा के इस शानदार कार्यक्रम को अति सुंदर बनाने के लिए सभी वरिष्ठ नेताओं का और सभी हमारे जेस्ट श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं का सब की सहभागिता होगी। सरकार बदलने में इस कार्यक्रम के माध्यम से हमें सफलता मिलेगी।
किसान हे बेहाल – चलौ चलौ चौपाल के नारे के साथ 11 बिंदुओं पर किसानों को जागरूक कर रही किसान मोर्चा
1. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि उपज में समर्थन मूल्य (MSP) में लगातार वृद्धि – जैसे कि धान वर्ष 2018 में ₹1740, 2022 में ₹2060, 2023 में ₹2203 कुल ₹463 की वृद्धि की है, राज्य की कांग्रेस सरकार धान खरीदी को अपनी उपलब्धियों में जोड़ती है।
2. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा देश के 11 करोड़ किसानों को ₹66 हजार करोड़ किसान सम्मान निधि ₹6 हजार प्रतिवर्ष किसानों को दिया जा रहा है। राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा तकनीकी त्रुटि पैदा कर अवरोध पैदा किया जा रहा है।
3. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 में 36 लाख मीट्रिक टन चावल सेंट्रल पूल में लिया था, मगर आज कांग्रेस सरकार से बिना भेद-भाव के 62 लाख मीट्रिक टन यानी 94 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी केन्द्र सरकार द्वारा हो रही है और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार 1 करोड़ 7 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की डींगे हॉक रही है।
4. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा धान खरीदी में पिछले 4 वर्षों में कुल ₹51 हजार करोड़ दिए गए और कांग्रेस की सरकार द्वारा मात्र ₹11 हजार करोड़ का ही भुगतान किया गया है।
5. केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा खाद में ₹1 लाख 7 हजार करोड़ का ऐतिहासिक अनुदान दिया जा रहा है, जिसके कारण रासायनिक खाद महंगी नहीं हुई।
6. छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा 48 हजार किसानों को साढ़े चार साल में स्थायी पंप कनेक्शन नहीं देकर किसानों को परेशान किया जा रहा है।
7. ₹2 में गोबर खरीद कर वर्मी कम्पोस्ट के नाम पर अमानक खाद को ₹10 में जबरदस्ती किसानों को बेचकर परेशान किया जा रहा है।
8. छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा पिछले 2 वर्षों का बारदाना का पैसा भी नहीं दिया गया ।
9. छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा गिरदावरी के नाम पर रकबा कटौती कर धान खरीदी में किसानों को परेशान किया जा रहा है।
10. छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा सिंचाई रकबा में विस्तार शून्य रहा, न कोई नया बांध बना न कोई नया एनीकट का र्निमाण हुआ।
11. कांग्रेस के घोषणा पत्र में 200 फूड प्रोसेसिंग यूनिट सेंटर बनाने का वादा किया गया था, लेकिन इनके नेता श्री राहुल गांधी द्वारा अन्य राज्यों में झूठ का ढिंढोरा पीटा जा रहा है किंतु छत्तीसगढ़ में किसानों से पैसे लेकर भी एक भी फूड प्रोसेसिंग सेंटर नहीं खोला गया।