अभिव्यक्ति के क्षेत्र में बनाई अपनी अलग पहचान, कम उम्र में 12वीं की छात्रा को मिला नारी शक्ति सम्मान,पढ़िए यह प्रेरणात्मक कहानी
दूसरी लड़कियों को भी सशक्त बनाने करती हैं यह काम
बालोद। आज हम एक ऐसी बालिका के बारे में बता रहे हैं जो दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। हर इंसान का अपना कुछ हुनर होता है और समय पर उस हुनर को निखार दिया जाए तो अपने जीवन को नई राह दे सकते हैं। ऐसा ही कुछ किया है ग्राम परसवानी की रहने वाली खिलेश्वरी यदु ने जो की 12वीं की छात्रा है। इस छात्रा ने अपना कैरियर अभिव्यक्ति के क्षेत्र में चुना। अभिव्यक्ति यानी बोलने की कला। वह मंच संचालिका है। इस कम उम्र में भी इस क्षेत्र में उन्होंने अच्छी खासी उपलब्धि हासिल कर ली है। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग मंच पर वह संचालन कर चुकी है और अपनी शायरी और कविताओं के लिए जानी जाती है। उनके कार्यों को देख कर मंच संचालक समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा उन्हें हाल ही में नारी शक्ति सम्मान से भी नवाजा गया है। 8 अप्रैल को छत्तीसगढ़ की पंजीकृत मंच संचालक समिति द्वारा रक्तदान महोत्सव , होली मिलन समारोह का आयोजन छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में रखा गया था। जिसके तहत जंजगिरी में आयोजित कार्यक्रम में रक्तदान करने वाले रक्त वीरों का सम्मान हुआ तो महिलाओं को नारी शक्ति सम्मान दिया गया। जिसमें से पूरे छत्तीसगढ़ से इस समिति ने एकलौती बालिका खिलेश्वरी को भी सम्मानित किया। जो लोक गायिका और लेखिका भी है। उनका यह सफर यही तक नहीं है। वह आगे भी काम कर रही हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में भी इस कम उम्र में कदम बढ़ा चुकी हैं। अपने जैसी गरीब छात्राओं की मदद करती हैं। उनकी पढ़ाई लिखाई में सहयोग करती है।
इन बड़े मंचो में हो चुकी सम्मानित, कर चुकी संचालन
खिलेश्वरी लोकमंच चिन्हारी, दाऊ मंदराजी महोत्सव में भी 1 अप्रैल 2023 को सफल संचालन किया। इसके लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर राजनांदगांव की संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। नारी सशक्तिकरण, जागरूकता की विषय पर वह हिंदी और छत्तीसगढ़ी में शायरी लिखती है। गरीब बच्चों की मदद, नारी सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के विषय में खासतौर से छात्राओं को प्रेरित करती है ताकि लड़कियां अपनी हुनर पहचान कर सभी आगे बढ़े। 2022 में परसवानी मानस मंच, राजनीति के क्षेत्र में भी मोहरेंगा कौशलपुर में , कर्मा जयंती समारोह डबरा टोला में भी वह बखूबी मंच संचालन से दर्शकों का मन मोह चुकी है। गरीब बच्चों को शिक्षा संबंधी वस्तुए उपलब्ध करवाती है। स्वास्थ्य ठीक ना होने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाने में भी मदद कर उनकी इलाज करवाती है।
सुमधुर आवाज में वीडियो हुआ था वायरल
बता दें कि यह वही छात्रा है जिनका पिछले साल सुमधुर आवाज में बहुत पुराना छत्तीसगढ़ी गाना चंदा चकोर बड़ा दुरिहा,,,, गाते हुए वायरल हुआ था । लोकरंग के इस गाने को सुरीली आवाज में दो बहनों नीलू-नीरा ने गाया था। नीलू खिलेश्वरी का ही उपनाम है। बिना किसी ट्रेनर के यूट्यूब से ही खिलेश्वरी ने गायन की कला सीखी है।