बालोद मंडल के अध्यक्ष बने अमित चोपड़ा, बालोद ग्रामीण मंडल का हुआ विघटन, अब कहलायेंगे जुंगेरा और करहीभदर मंडल
बालोद । बालोद नगर के निवासी अमित चोपड़ा को बालोद भाजपा मंडल शहर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सर्व सम्मति से उन्हें अध्यक्ष बनाया गया है। जिला भाजपा कार्यालय में आज नए अध्यक्षों की नियुक्ति का सिलसिला चला तो वही बालोद मंडल जो पहले शहर और ग्रामीण में बटा हुआ था। उसमें फेरबदल करते हुए बालोद ग्रामीण का विघटन कर अब करहीभदर और जुंगेरा मंडल बनाया गया है। तो वही बालोद मंडल को अब शहर तक सीमित किया गया है। जो सिर्फ बालोद शहर मंडल के नाम से जाना जाएगा। अब ग्रामीण मंडल का अस्तित्व नहीं रहेगा। बालोद शहर मंडल भाजपा के अध्यक्ष अमित चोपड़ा बनाए गए हैं। तो दूसरी ओर नव गठित जुंगेरा मंडल से अध्यक्ष जगन्नाथपुर के सरपंच अरुण साहू को बनाया गया है तो वही करहीभदर से धर्मेंद्र साहू को अध्यक्ष सर्वसम्मति से नियुक्त किया गया है । इस दौरान जिला चुनाव अधिकारी नीलू शर्मा, सह चुनाव अधिकारी राकेश छोटू यादव मौजूद रहे। इस नए गठन के साथ अब मंडलों की संख्या बालोद जिले में 9 से बढ़कर 17 हो गई है। जो मंडल ग्रामीण मंडल में आता था वह अब जुंगेरा मंडल और करहीभदर मंडल बन गया है। अमित चोपड़ा बालोद मंडल अध्यक्ष सर्वसम्मति से निर्वाचित हुए हैं। इस तरह अमित चोपड़ा को अब एक नई जिम्मेदारी मिल गई है। वे अब शहर भाजपा का नेतृत्व करेंगे। इसके पूर्व उन्हें कुछ माह पहले ही बालोद कॉलेज में भी जन भागीदारी समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लंबे समय से भारतीय जनता युवा मोर्चा की राजनीति में सक्रिय अमित चोपड़ा के अब भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष बनाए जाने से भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश और उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। सभी वरिष्ठ नेताओं सहित उन्हें नियुक्ति के पश्चात प्रभारी नीलू शर्मा सहित अन्य प्रमुख लोगों ने फूल माला पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया। इस दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष पवन साहू, वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत जैन, राकेश यादव, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुरेश निर्मलकर ,वरिष्ठ पार्षद कमलेश सोनी, पूर्व विधायक वीरेंद्र साहू चेमन देशमुख आदि मौजूद रहे।
जानिए अमित चोपड़ा का राजनीतिक जीवन परिचय
2002-03 से वे छात्र राजनीति में आए। 2002 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े थे। इस बीच 2003 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर अध्यक्ष बने। अगले ही वर्ष 2004 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तहत कॉलेज का अध्यक्ष चुन लिया गया। तब से वे छात्र हित के लिए कार्य करते आ रहे हैं। धीरे-धीरे उनकी राजनीतिक पकड़ और नेतृत्व क्षमता और अनुभव बढ़ते गए और उन्होंने छात्र राजनीति से भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में कदम रखा। शुरुआत में उन्हें भाजयुमो का बालोद शहर अध्यक्ष बनाया गया। फिर उनकी मेहनत रंग लाई और फिर पार्टी ने उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष की कमान भी सौंप दी। 2016 में इस पद पर रहे और उनके नेतृत्व में एक समय ऐसा भी आया जब कई सालों तक कॉलेज में चुनाव नहीं हुए थे और फिर चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तो बालोद जिले के 16 से 17 कॉलेज की जिम्मेदारी उन्हें मिली थी। उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में 14 कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीत हुई थी। इस तरह उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष की कमान संभालते हुए भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यों में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी। छात्र हित के लिए वे काम करते रहे और इसी का नतीजा था कि भाजपा सरकार ने उन्हें पुरस्कृत किया और भाजपा जिला अध्यक्ष के साथ प्रभारी मंत्री विजय शर्मा के अनुमोदन और कलेक्टर के आदेश के साथ वे जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष बन गए। राजनीति के नए मंजिल में एक सीढ़ी और चढ़ते हुए उन्हें बालोद मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल गई है।