आखिर इनकी मौत का जिम्मेदार कौन? रेक पॉइंट में गिरे खाद व पॉलीथिन खाकर मर रहे गाय, पशु चिकित्सा विभाग में भी दवाई नहीं
बालोद।
रेलवे रेक पॉइंट के आसपास गायों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। आये दिन खाद व पॉलीथिन खाकर वहां गाय मरती जा रही है। जिसको लेकर शहर के गौ रक्षक प्रयास कर रहे है लेकिन विभागीय जिम्मेदारों का सहयोग नहीं मिलने से उनका प्रयास भी कारगर नहीं हो रहा है।
दरअसल जिले के सोसायटियों के माध्यम से किसानों तक खाद पहुचाने के लिए बालोद रेलवे स्टेशन के पास रेक पॉइंट के माध्यम से ट्रकों में खाद की बोरियां लोड की जाती है। ट्रकों में खाद की बोरियां लोड करने के दौरान बोरियों से कुछ मात्रा में खाद जमीन पर गिर जाता है और उसी खाद को गाय खा लेती है। इसके अलावा मालगाड़ियों की पॉलीथिन को भी गाय खा लेती है जिसके चलते आये दिन गाय की मौत हो रही है। शहर के गौ सेवक रेक पॉइंट की साफ सफाई के लिए विभागीय जिम्मेदारों से मुलाकात भी कर चुके हैं लेकिन अब तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। बहरहाल आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
खुद के पैसे से लाना पड़ता है दवा
गौ सेवक अजय यादव ने बताया कि कभी भी अगर उनके संगठन के लोग गौ माता के इलाज के लिए पशु चिकित्सा विभाग जाते है तो उनकी ओर से दवाई नहीं होने का हवाला दिया जाता है और दवाई खरीदकर लाने की नशीहत दी जाती है। यहां तक इंजेक्शन भी विभाग के पास नहीं होता। पशु चिकित्सा विभाग की इसी कार्यशैली के चलते अब तक कई गाय की मौत हो चुकी है।
प्रदेश सरकार की योजना पर लगा रहे पलीता
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गायों की रक्षा के लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित कर रही है। गायों के माध्यम से लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है तो बालोद में पशु चिकित्सा विभाग प्रदेश सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने में लगा हुआ है। गायों के उपचार के लिए दवाई नहीं होने से गायों की मौत होना प्रदेश सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने से कम नहीं है।