महासमुंद एसपी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अल्प समय में आम विधानसभा का चुनाव होना निश्चित हो गया है। ऐसी स्थिति में भारत के सबसे भ्रष्ट प्रदेश छत्तीसगढ़ में भ्रष्ट अधिकारियों ने अपने पद को धंधा का स्वरूप दे दिया है, जिसमें जिलाधीश महासमुंद, पुलिस अधीक्षक महासमुंद, ए.एस.पी. महासद प्रमुख अपराधी के रूप में कार्य कर रहे है। जिसमें महासमुंद जिलाधीश क्षीरसागर डी.एम. एफ. फण्ड के आरोपी थे, अभी वर्तमान में चुनाव आयोग छत्तीसगढ़ कयपुर राजधानी में कार्यरत है, जो जांच का विषय है। इसी क्रम में धर्मेन्द्र पुलिस अधीक्षक महासमुद्र जो टी आई थे, प्रमोद होते-होते कांग्रेस को लाभ पहुंचाने और भ्रष्ट आचरण के अपराधी जो रायपुर जेल में बंद है, उनकी दया से मु के पुलिस अधीक्षक है। अवैध शराब, गांजा, सट्टा एवं उड़ीसा सीमा से तत्करी कराकर मालामाल हो रहे है अनिल दुबे 2 फरवरी 2023 को पुलिस अधीक्षक महासमुद्र से अपने मोबाइल 98271-50001 से चर्चा कर करणी कृपा प्रा.लि खैरझिटी तुमगाँव के आंदोलन में किसान आदिवासी नेता अशोक कश्यप को अवैधानिक रूप से पुलिस द्वारा रोका गया था, जिसे नसीमुद्दीन सायबर सेल महासमुद्र ने थाना तुमगांव के मुख्य मार्ग से गिरफ्तार किया था. पर शिकायत की तब पुलिस अधीक्षक ने मुझसे कहा कि में अपने दुकान को खोलकर बैठा रहा हूँ। तब मैंने उनसे कहा था कि अशोक कश्यप आदिवासी किसान को करणी कृपा प्रा.लि. के प्रशांत खेतान, विमल खेतान ने मालामाल कर गिरफ्तार कराया होगा। उन्होंने मेरा फोन काट दिया आदिवासी नेता माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। उसी प्रकार ए.एस.पी. आकाश राव संदिग्ध गतिविधि में लिप्त है। जिनके फर्जी सर्टिफिकेट से नौकरी पाने का आरोप किसान मोर्चा ने लगाया है।
यही स्थिति राजधानी रायपुर की है। जहा पद पाने हेतु कांग्रेस सत्ताधारी मोबाइल रिचार्ज की तरह 6 महीने 9 महीने 12 महीने का पदस्थापना दे रहे हैं। इन अपराधिक गतिविधि में लिप्त अधिकारियों से लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव कराना असंभव है। चुनाव आयोग लगातार नये लोगों को पदस्थ करे जो लूप लाइन में है। छत्तीसगढ़ का चुनाव अवैध शराब, पैसा, पद का दुरुपयोग कर होने वाला है। हम क्षेत्रीय दल के रूप में पूरे प्रदेश में चुनाव लडऩे की व्यवस्था बना रहे हैं, और ऐसी विकट स्थिति मे लोकतांत्रिक लड़ाई लडऩा असंभव है। हम चुनाव आयोग के नियमों का साक्षर पालन करते आये और आम जनता के सामने भी नियमों का पालन करने की बात कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में पूर्व चुनाव आयुक्त का. शेषन जी की यादद आ रही है। छत्तीसगढ़ को अगर शेषन जी जैसा चुनाव बचाने वाले अधिकारी मिल जायें तो निश्चित तौर पर भा प्रशासन, भ्रष्ट नेता मुंह की खायेंगे कार्यवाही कर अवगत करायें।