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राजस्व विभाग की भर्ती में स्थानीय लोगों को बोनस अंक देने की मांग

बालोद। मंगलवार को जनदर्शन में कलेक्टर के पास पहुंचकर जिले के बेरोजगारों ने राजस्व विभाग की भर्ती में स्थानीय लोगों को बोनस अंक देने की मांग की। जिनका नेतृत्व वैभव शर्मा ने करते हुए युवाओं की मांग प्रमुखता से रखी। इस दौरान मौजूद लोक सेवा ऑपरेटर जिला बालोद के अध्यक्ष हरी साहू ने भी कहा जिला के वर्तमान राजस्व विभाग की भर्ती विज्ञापन में विभाग में कार्यरत कर्मचारी को अनुभव के आधार पर बोनस अंक देना चाहिए । हम लोक सेवा आपरेटरगण विगत 9 वर्षों से जिला एवं तहसील कार्यालय में कार्यरत है। जो शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं को सुचारू रूप से संचालन कर रहे है। समय-समय पर हमारे द्वारा कार्यालय एवं न्यायालय संबंधी कार्य भी किया जाता है। जिला बालोद और जिला बीजापुर में एक समान भर्ती राजस्व विभाग के द्वारा लिया जा रहा है। वर्तमान मे जिला बीजापुर वहां के उक्त राजस्व भर्ती में कार्यरत कर्मचारी को 1 वर्ष का अनुभव 2 अंक प्रदान किया जा रहा है। हम लोक सेवा आपरेटरो का भी आग्रह है कि जिला बीजापुर की भर्ती की तर्ज पर हमे भी 1 वर्ष का 2 अंक बालोद जिले के राजस्व भर्ती में प्रदान किया जाए। जिला में वर्तमान भर्ती राजस्व विभाग में इस विगत 9 वर्षों का अनुभव के आधार पर प्रतिवर्ष का 2 अंक बोनस के रूप में प्रदान करने की मांग कलेक्टर से की गई। बीजापुर जिला का संशोधित आदेश भी दिखाया गया।

जिले के बेरोजगारों के साथ नहीं होना चाहिए अन्याय: वैभव शर्मा

जिला कार्यालय में भर्ती को लेकर कलेक्टर से जनदर्शन में शिकायत करते हुए वैभव शर्मा ने कहा के जिले के बेरोजगारों के साथ अन्याय नहीं होने चाहिए। पहली प्राथमिकता स्थानीय बेरोजगारों को दी जानी चाहिए। बालोद जिले में सीधी भर्ती पर बेरोजगार जिलावासियों को महत्व दिया जाए। क्योंकि जिले में बेरोजगारों की संख्या बाकी कई जिलों से अधिकतम स्तर पर है आंकड़े देखें तो यहां 100640 पंजीकृत बेरोजगार हैं। स्थानीय शासकीय कार्यालयों में बालोद के स्थानीय कर्मचारी विगत कई वर्षों से कार्यरत रहते बहुत अनुभवी है जिनको सीधी भर्ती में बोनस अंक नही दिया जा रहा जबकि अन्य जिलों के भर्ती प्रक्रिया में बोनस अंक दिया जा रहा। अन्य जिलों के अभ्यर्थियों के साथ सीधी भर्ती ना कर प्रतियोगी परीक्षा द्वारा भर्ती प्रक्रिया की जाए। यदि इन विषयों पर अभ्यर्थियों की शिकायत का निराकरण नहीं होता है तो पूर्व में हुए परीक्षा में विवाद की तरह यह भर्ती प्रक्रिया भी विवादित हो जाएगी।

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